टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड (Tata Steel Long Products Ltd) ने बताया है कि एनसीएलटी (NCLT) ने टाटा स्टील लिमिटेड के साथ होने वाले विलय को अपनी सहमति दे दी है। इसके साथ ही, टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स अपने साथ छह और सब्सिडियरी कंपनियों को भी विलय करेगी।

शेयर मार्केट की प्राप्त जानकारी के मुताबिक, NCLT की कटक पीठ ने 18 अक्टूबर को उनके साथ टाटा स्टील के मर्जर को हरी झंडी दे दी है. इसमें, टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स के साथ-साथ, उनकी छह सहायक कंपनियों का मर्जर होगा.
विलय प्रक्रिया इसी वर्ष पूर्ण होने की उम्मीद
टाटा स्टील के सीईओ और एमडी, टीवी नरेंद्रन (T V Narendran) पहले ही बता चुके थे कि उनकी सहायक कंपनियों के विलय प्रक्रिया के पूरी होने की उम्मीद वित्तीय वर्ष 2023-24 में है। टाटा स्टील में विलय होने वाली सहायक कंपनियों में Tata Steel Long Products, The Tinplate Company of India, Tata Metallics, TRF, Indian Steel and Wire Products, Tata Steel Mining and S and T Mining Company आदि हैं। विलय के बाद इन कंपनियों का अपना नामों निशान मिट जाएगा।
TPVSL में 26% हिस्सेदारी ख़रीदेगी Tata Steel
इसके साथ ही, Tata Steel ने टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL) की इकाई TP Vardhman Surya Limited (TPVSL) में 26% हिस्सेदारी ख़रीदने का ऐलान किया है। हालाँकि, Tata Steel ने ख़रीद-बिक्री के मूल्य पर अभी कुछ नहीं कहा है।
Tata Steel के सीईओ और एमडी, एमडी T V Narendran ने ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा, “Tata Power Renewable Energy Limited (TPREL) से हमारा समझौता, वर्ष 2045 में Zero Carbon Emission को प्राप्त करने के हमारे लक्ष्य के लिए आवश्यक है। हम Clean and Green Energy Solutions में परिवर्तन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.” उन्होंने यह भी बताया कि वे टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड से 379 मेगावाट Clean Energy भी ख़रीदेंगे।
दोस्तों आप इस फैसले से कितने ज्यादा खुश या दुखी है अपना पक्ष हमें कॉमेंट के माध्यम से जरूर बताए क्या आपको लगता है कि टाटा ग्रुप 2045 तक अपने स्वच्छ और हरित ऊर्जा समाधानों के लक्ष्य को हासिल कर पाएगा। वे अपने लक्ष्य को किस प्रकार जल्दी प्राप्त कर सकते है। आप अपने सुझाव हमें दें सकते है।