खैर क्या लेना है एवं क्या नहीं लेना, यह आपकी इच्छा एवं पॉकेट पर डिपेंड करता है, मगर यदि आप इस बार धनतेरस के मौके पर चाँदी लेने वाले हैं तो 5 बातें ऐसी है, जिनका पता होना आपके लिए अति आवश्यक है जिससे कि आप ठगा गया न समझें।
चाँदी की शुद्धता –
शायद आप नहीं जानते होंगे कि स्वर्ण की तरह हॉलमार्क वाली चाँदी भी ली जा सकती है। ब्यूरो ऑफ़ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) चाँदी की भी हॉलमार्किंग करता है। कुंदन ज्वैलर्स के स्वामी यश पुनामिया के अनुसार, हॉलमार्क वाली चाँदी लेते वक्त आप लोगों को 4 चिन्ह देखने चाहिये। ये चार चिन्ह हैं –
- BIS का Logo
- शुद्धता का ग्रेड/ सुंदरता
- हॉलमार्किंग सेंटर का आई॰डी॰ नंबर अथवा निशान
- ज्वेलर का आई॰डी॰ नंबर अथवा निशान
इसके अतिरिक्त भी हम आप लोगों को इस आर्टिकल में चांदी की खरीदफरोख्त करते समय गौर रखने योग्य अन्य आवश्यक बातें बताने जा रहे हैं।
पुनमिया के अनुसार, 9999, 9995, 999 ग्रेड की चाँदी सही कैटेगरी की समझी जाती है एवं सिक्के, बर्तन तथा बार के मैटर में इसे बेस्ट मानते है। ज्वैलरी के लिए 990 से लेकर 925 तक के ग्रेड को अच्छा मानते है। आप लोगों को यह बात याद रखनी चाहिए कि चाँदी की ज्वैलरी एवं बर्तनों को टिकाऊपन देने के लिेए उसमें और धातुएं मिलाई जाती हैं। ज्वेलर से पूछें कि चाँदी में कौन-सी धातु मिलाई गई है। आपकी सूचना के लिए बता दें, सामान्यतः कॉपर अथवा जिंक को मिलाते है।
प्राइस ब्रेकअप एवं चार्जेस –
शुद्धता को लॉक करने के लिए आप लोगों को हॉलमार्किंग की क़ीमत भी चुकानी होती है। चांदी के प्रत्येक सामान पर 25 रुपए का हॉलमार्किंग चार्ज वसूला जाता है। इसके अलावा हर कनसाइनमेंट पर 150 रुपये, सेवा कर व अन्य चार्ज भी चाँदी के मूल्य में शामिल किए जाते हैं।
इसके अतिरिक्त चांदी खरीदते वक्त आप लोगों को मार्केट में भाव एवं मेकिंग चार्जेस के संबंध में ज्वेलर से जरूर पूछना चाहिये। पुनमिया ने बताया, ‘सामान्यतः चाँदी के आर्टिकल पर 3 रुपए प्रति ग्राम की दर से मेकिंग चार्ज स्टार्ट होता है, जिसकी अधिकतम सीमा फिक्स नहीं है।’
बायबैक (वापस बेचने) पॉलिसी के संबंध में पता करें –
कई व्यक्ति ओल्ड ज्वैलरी सेल करके न्यू ज्वैलरी लेते हैं। चाँदी के आभूषण लेते समय सेलर से उसकी बायबैक पॉलिसी के संबंध में अवश्य पूछें जिससे कि यदि कभी आप उन्हें सेल करना चाहें तो आप लोगों को उसके बारे में पता हो। आप लोग सेलर से यह पूछें कि यदि फ्यूचर में आप उस ज्वैलरी को उसको ही वापस बेचें तो आप लोगों को कितना मूल्य प्राप्त होगा। इसको उदाहरण से समझ सकते है। तुमने 925 ग्रेड की चाँदी की ज्वैलरी ली है तो वापस सेल करने पर ज्वेलर आप लोगों को उसका 92.5% मूल्य देगा।
जेमस्टोन लगे चाँदी के आभूषण खरीदते वक्त यह भी रखें ध्यान –
कई दफा चाँदी की ज्वैलरी में जेमस्टोन जड़े हुआ करते हैं। एक बात ध्यान में रखें कि जेवर का वेट करते समय ज्वैलर जेम्स का भार जेवर में न जोड़ दे एवं उसके अनुसार आपसे मूल्य न ले ले।
जर्मन एवं स्टर्लिंग सिल्वर के बीच न हों कन्फ्यूज –
इन दिनों जर्मन सिल्वर बहुत चलन में है। पुनमिया कहते हैं, ‘इन में काफी अंतर है। सटर्लिंग सिल्वर शुद्ध चाँदी एवं अलॉय से मिलकर बना होता है, जिसको बी॰आई॰एस॰ ने हॉलमार्क किया होता है। वहीं दूसरी ओर जर्मन सिल्वर पॉलिश की हुई चाँदी होती है एवं यह हॉलमार्क्ड नहीं होती है।’
ग्राहक अधिकार एक्सपर्ट “बेजॉन मिश्रा” इस फेस्टिव सीजन आप लोगों को चाँदी की खरीदफरोख़्त के लिए कुछ स्पेशल बातें याद रखने का मशबिरा देते हैं।
- इस प्रकार के प्रमाणित विक्रेता से ही जेवर खरीदें जो हॉलमार्क्ड ज्वैलरी सेल करता हो। बी॰आई॰एस॰ लाइसेंस्ड ज्वेलर्स की सूची चेक करके ही ज्वेलर चुनें।
- चाँदी का सामान खरीदते समय रसीद अवश्य लें जिससे की आपके पास खरीदफरोख़्त का साक्ष्य रहे। रसीद पर चाँदी की शुद्धता एवं वजन इत्यादि की डिटेल भी होना चाहिए।
- यदि आप ऐंटीक सिल्वर कॉइन ले रहे हैं तो उस पर वर्ष अवश्य अंकित होना चाहिये। यह निश्चित कर लें कि बिल एवं प्रॉडक्ट दोनों पर समान वर्ष अंकित है।