आपने कई बार देखा होगा कि जब बच्चों को पढ़ने के लिए कहा जाता है, तो उनका बहाना बनाना शुरू हो जाता हैं। यदि आपका बच्चा भी पढ़ाई में दिलचस्पी नहीं ले रहा है और पढ़ने से भाग रहा है, तो ये पेरेंटिंग टिप्स आपकी सहायता कर सकते हैं।
आपने कई बार देखा होगा कि जब बच्चों को पढ़ने के लिए कहा जाता है, तो उनका बहाना बनाना शुरू हो जाता हैं। पढ़ाई के समय, उन्हें नींद आती है, भूख लगती है, और वॉशरूम जाने का मन होता है। बच्चों की इन चीजों को हम रोक तो नहीं सकते, लेकिन बच्चों की आदतों को दूर करने के लिए माता-पिता को दिए जा रहे हमारे ये पेरेंटिंग टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं। इन टिप्स को अपनाने से आपके बच्चे की पढ़ाई में रुचि बढ़ने लगेगी और वे खुद बैठकर पढ़ने में आनंद लेना शुरू कर देंगे।
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बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ाने के लिए कुछ सरल उपाय | Parenting Tips To build Your Child Interest In Studying
इस तरह मोटिवेशन करें
अक्सर माता-पिता यह मिस्टेक करते हैं कि वे अपने बच्चे की पढ़ाई को दूसरे बच्चे की पढ़ाई से तुलना करते हैं। माता पिता का इस प्रवृत्ति को छोड़ देना ही उचित है। ऐसा करने से बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और उसमें आत्मविश्वास कम होता जाता है। बजाय तुलना करने के, हमे उन्हें मोटिवेट करना चाहिए।
ज्यादा पढ़ाई का दबाव न बनाएं
यदि माता-पिता अपने बच्चों पर पढ़ाई का ज्यादा दबाव बनाते है, तो यह बच्चों के लिए अच्छा नहीं होता है। ऐसा करने से उन्हें हमेशा पढ़ाई का डर रहेगा, जिससे वे उससे दूरी बना लेंगे। इसलिए माता-पिता को चाहिए कि वे केवल पढ़ाई के समय ही बच्चों से पढ़ाई के बारे में चर्चा करें।
नियमित रूटीन बनाएं
बच्चों की पढ़ाई के लिए एक बेहतर रूटीन का होना काफी महत्वपूर्ण है। इससे उनमें अनुशासन आता है और वे अपने सभी काम समय पर करने लगते है। माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों को लंबे समय तक पढ़ने के लिए न कहे, बल्कि उनमें पढ़ने की आदत धीरे-धीरे विकसित होने का मौका दें।
ध्यान भटकाने वाली वस्तुएं दूर रखें
यदि आप भी चाहते हैं कि आपका बच्चा पढ़ाई में मन लगाए और उससे दूर न भागे, तो उसके सामने से वे वस्तुएँ हटा कर रख दें जो पढ़ाई के समय उसका ध्यान भटकाती हो, जैसे कि मोबाइल फोन और खिलौने।
कमियां निकालने की बजाय सराहना करना शुरू करें
किसी भी बच्चे की कमीयां निकालना उसे उदास कर देता है। बच्चों को ऐसा लगने लगता है कि उनमें केवल कमियां हैं और वे कुछ भी अच्छा कर नहीं सकते। इसलिए, समय-समय पर बच्चों की प्रशंसा करें और उन्हें प्रेरित करें।
इस पोस्ट से हमें यह सीखने को मिलता है कि बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ाने के लिए माता-पिता का दृष्टिकोण सही होना काफी जरूरी है। माता-पिता को अपने बच्चे की रूचि के क्षेत्रों को समझने में समर्थ होना चाहिए, ताकि वे उन्हें सही मार्गदर्शन दे सकें। साथ ही, सकारात्मक प्रेरणा, समर्थन, और संरचित अभ्यास के माध्यम से बच्चे की पढ़ाई में रुचि बढ़ा सके।