हम सभी लोग जानते है कि दुनिया के हर व्यक्ति के लिए उसकी सिटिजनशिप उसके जीवन की आधार होती है। व्यक्ति को जिस कंट्री की सिटिजनशिप मिलती है, वो उस देश के नियम और कानूनों (Citizenship Rules) से बंध जाता है। इसके साथ ही सिटिजनशिप के बेस पर उसको देश में प्राप्त होने वाली सभी सुविधाएं मिल पाती है। नही तो उसे वीजा के बेस पर उस कंट्री में रहना होता है।
Table Of Content
कैसे मिलती है किसी देश की नागरिकता | How to get Citizenship of USA
किसी कंट्री की सिटिजनशिप किस प्रकार से मिलती है? इसके बहुत से आधार है, जैसे जन्म, मदर-फादर की सिटिजनशिप, वंश, पंजीकरण, अधिक समय से निवास… वगैरह। सबसे क्लीयर बात यह है कि जिस राष्ट्र में बच्चे ने जन्म लिया, उसे वहाँ की नागरिकता स्वतः मिल जाती है। जैसे कि यदि किसी व्यक्ति ने इंडिया में जन्म लिया है तो उसे पूरा हक़ है इंडियन सिटिजनशिप प्राप्त करने का। फिर चाहे उसके माता-पिता के पास यहाँ की नागरिकता हो या ना हो। धरती पर पैदा होने वाले लोगों के लिए तो यह रूल सही है, मगर क्या आपने कभी यह सोचा है कि यदि किसी शिशु का जन्म आकाश में उड़ते विमान में हो जाए तो क्या होगा, तब उसे कौन से देश की नागरिकता प्राप्त होगी? उसके जन्म प्रमाण पत्र में बर्थ प्लेस (जन्म स्थान) के कॉलम में क्या फिल किया जाएगा? जाहिर है, जन्म स्थान की जगह आकाश या ऐरोप्लेन तो नहीं ही भरी जाएगी! अब आप यह सोच रहे होंगे कि क्या पहले कभी ऐसा कुछ हुआ है। बात उतनी भी ज्यादा साधारण नहीं है जनाब, यहाँ मसला पेचीदा है!
जानिए क्या होगा फ्लाइट में पैदा हुए बच्चे का जन्मस्थान एवं उसकी नागरिकता | What Happens, If a Baby Borns in Flight.
इस Example से समझिए
इस बात को इस प्रकार से समझिए यदि इंडिया से कोई गर्भवती महिला हवाई जहाज में बैठकर America जा रही है। अकस्मात प्लेन में उसे डिलीवरी पेन स्टार्ट हो जाता है। अब वो किसी कंट्री में नहीं, अपितु आकाश में है। तो वहां पर जन्म लिया बच्चा अब इंडिया का सिटीजन होगा अथवा उसे यूएस सिटीजनशिप मिल जाएगी? इस प्रश्न का उत्तर काफी पेचीदा है एवं बहुत सी बातों पर निर्भर है।
सर्वप्रथम इसका फैसला इस बात के आधार पर करा जाता है कि शिशु के जन्म के दौरान प्लेन कौन से देश की सीमा रेखा के अंदर था यदि प्लेन अमेरिका की बाउंड्री में था तो Airport पर उतर कर इंडियन पेरेंट्स स्वयं के बच्चे के लिए अमेरिकन सिटिजनशिप का सर्टिफिकेट ले सकते हैं। यदि प्लेन इंडिया, अमेरिका या इसके अतिरिक्त किसी दूसरे देश की सीमा रेखा के अंदर भी होता, तो भी बच्चे के पेरेंट्स दूसरे देश की नागरिकता की मांग कर सकते हैं। यह बड़ा प्रश्न है। आइए आगे इसे और ज्यादा समझने की कोशिश करेंगे।
वहीं यदि मामले को पलट दें एवं अमेरिका से इंडिया आ रही फ़्लाइट में विदेशी औरत ने यदि भारत की सीमा रेखा में बच्चे को जीवन दिया है तो वो भी स्वयं के बच्चे के लिए इंडियन सिटिजनशिप की डिमांड कर सकता है। हालांकि, इसके पश्चात बच्चे को यूएस सिटिजनशिप नहीं मिल पाएगी क्योंकि इंडिया में एकल नागरिकता का सिद्धांत चलता है। इसको हम लोग अभी आगे समझेंगे कि इंडियन सिंगल सिटिजनशिप कांसेप्ट क्या है?
क्या कहती है Airport Authority
Airport Authority में कार्य कर चुके एक ऑफिसर बताते हैं कि इस प्रकार के मामलों में सर्वप्रथम सीमा देखने की आवश्यकता होती है। फ्लाइट में बच्चे के जन्म लेने की परिस्थिति में यह देखना होगा कि शिशु के जन्म के दौरान फ्लाइट किस राष्ट्र की सीमा रेखा के भीतर उड़ रही है। अब फ्लाइट लैंड होने के पश्चात सम्बंधित देश की Airport Authority से बच्चे के जन्म से संबंधित प्रमाणपत्र लिए जा सकते हैं। इस समय बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र में उसी देश का नेम रजिस्टर किया जाएगा, जिस देश की सीमा रेखा के ऊपर उड़ने के समय बच्चे पैदा हुआ है। हालांकि, एक्सर्ट्स के अनुसार, बच्चे के पास यह राइट भी होता है कि उसे अपने मां-बाप के राष्ट्र की नागरिकता भी मिल सके।
क्या पूर्व में भी ऐसा कुछ हुआ है?
सामान्यत: प्रेग्नेंसी के 9 वें माह में गर्भवती औरतें अक्सर सफर से बचती हैं। परन्तु मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, America में कुछ वर्ष पूर्व ऐसा एक मसला संज्ञान में आया था। रिपोर्ट के अनुसार, नीदरलैंड की कैपिटल एम्स्टर्डम से एक फ्लाइट ने America के लिए उड़ान भरी। फ्लाइट जब Atlantic Ocean Region के ऊपर से जा रही थी तो फ्लाइट में सवार एक औरत को प्रसव पीड़ा महसूस होने लगी। फ्लाइट में उस औरत ने एक बेबी गर्ल को जन्म दिया। बच्ची बहुत स्वस्थ हुई। यद्यपि बाद में माता और बेबी को America के Massachusetts General Hospital ले के जाया गया। अब चूंकि बच्ची का जन्म अमेरिका की सीमा में हुआ था, अत: उसे अमेरिकन सिटिजनशिप मिली। साथ ही उसके मां-बाप के नीदरलैंड से होने की वजह से उसे वहाँ की भी नागरिकता मिली। अर्थात उस बच्ची को नीदरलैंड और अमेरिका दोनों कंट्रीज की नागरिकता मिल गई। यद्यपि फ्लाइट में पैदा होने वाले किड्स की सिटिजनशिप को लेकर कई कंट्रीज में अलग नियम हैं, जबकि कई कंट्रीज में ऐसे प्रावधान ही नहीं हैं।
जानिए क्या कहता है भारतीय कानून | Indian Citizenship Law
उदाहरण के लिए, यदि Bangladesh से America जाने वाला ऐरोप्लेन भारत की सीमा से होकर जा रहा है एवं इसी समय ऐरोप्लेन में किसी औरत ने बच्चे को जन्म दिया, तो चाइल्ड का बर्थ प्लेस इंडिया को समझा जायेगा और वह हिंदुस्तान की नागरिकता सरलता से हासिल कर सकता है। उसको अपने माता-पिता की राष्ट्रीयता एवं हिंदुस्तान की नागरिकता दोनों प्राप्त हो सकती है। मगर इंडिया में एक साथ दो कंट्रीज की सिटिजनशिप पर पाबंदी है। क्यूंकि इंडिया में सिंगल सिटिजनशिप का कांसेप्ट फ़ॉलो होता है।
क्या है सिंगल सिटिजनशिप कांसेप्ट | Single Citizenship Concept of India
दोस्तों सिंगल सिटिजनशिप कांसेप्ट को हम लोग एकल नागरिकता का सिद्धांत भी कहते है इसे हम इस प्रकार से समझ सकते है कि अगर इंडिया का कोई इंसान किसी दूसरे देश की नागरिकता ग्रहण कर लेता है तो उसकी इंडियन सिटिजनशिप स्वतः खत्म हो जाती है अर्थात भारत में रहने वाला व्यक्ति एक टाइम पर केवल इंडियन सिटिजनशिप ही रख सकता है क्योंकि इंडिया में डुअल सिटीजनशिप का कोई उपबंध नहीं है। इसी को इंडियन कांस्टीट्यूशन का एकल नागरिकता का सिद्धांत बोलते है।
भारत में हवाई यात्रा के नियम | in Flight Rules
नागरिकता के इस पेंच को ना उलझाने के लिए इंडिया के एयरलाइन्स में बहुत से नियम है। इंडिया में सात माह या उससे ज्यादा की गर्भवती स्त्री को प्लेन में ट्रैवल करने की इजाजत नहीं है यद्यपि इमरजेंसी में अथवा किसी विशेष स्थिति में महिला को प्लेन से यात्रा की इजाजत दे दी जाती है। सभी देशों में नागरिकता के प्रति अलग अलग कानून हैं। इन्हीं लॉ के बेस पर व्यक्ति स्वयं के बच्चे के लिए नागरिकता की मांग करते हैं।
तो मित्रों यह लेख आप को कैसा लगा यदि आप लोगों को लेख समझ आया तो बताओ कि लंदन के कपल को लंदन से कोच्चि आ रहे एयर इण्डिया के विमान में बच्चे का जन्म होता है तो बच्चे की नागरिकता किस जगह की होगी एवं चाइल्ड का बर्थ प्लेस क्या समझा जाएगा?